कोण है वायरल वडा पाव गर्ल ?
वड़ा पाव गर्ल के नाम से प्रसिद्ध चंद्रिका दीक्षित यह उनका असली नाम है। दिल्ली की सड़कों पे एक सदारण वडापाव का ठेला लगाकर ओर अपनी महीनत के दम पर सोशल मीडिया धूम मचा रही है। चंद्रिका ने अपने वड़ा पाव के ठेलेसे अपनी प्यारी मुस्कान से ओर वड़ा पाव की टेस्ट से हजारों लोगोका दिल जीत लिया।
कैसे बनी एक साधारण लड़की इंटरनेट स्टार
चंद्रिका दीक्षित की अपनी एक छोटीसी कहानी है। हर दिन की तरह दिल्ली की सड़कों पे अपना काम करती हुई दीक्षित व्यस्त थी। उनके पास कुछ फूड व्लॉगेर आये, उन्होंने वड़ा पाव गर्ल की विडिओ बनाई और यूट्यूब पर डाली। चंद्रिका की वडापाव बनाने की रेसिपी, उनके हतोकि टेस्ट और प्यारसी मुस्कन लोगो को काफी पसंद आई , जिसकी वजहसे वे विडिओ यूट्यूब पर काफ़ी धूम मचने लगा। जबसे विडिओ वायरल होने लगी तबसे हर दिन कोइ ना कोई यूटूबेर आते है और उनकी विडिओ बनकर सोशल मिडिया के अलग अलग प्लेटफार्म पर डालते है।
एक विडिओ से कोई वायरल नहीं होता। वड़ापाव बेचना एक आम बात है, लेकिन यह कोण बेच रहा है ये इम्पोर्टेन्ट है। पड़ी लिखी घरकी खूबसूरत लड़की जो अपनी जॉब छोड़ कर दिल्ली के रास्तो पर वड़ापाव बेच रही है। दीक्षित की यह स्टोरी लोगोको हजम नहीं हुई। इसी लिए आज वे इतनी पॉपुलर होगई है।
Aspect | Information |
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Name | चंद्रिका गेरा दीक्षित |
Nickname | वड़ा पाव गर्ल |
Monthly Income | 4-6 lakh per month (Estimated) |
Age | 27 – 28 |
Origin | Madhya Pradesh |
Current Location | Delhi, India |
Family | Married with a small child |
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चंद्रिका दीक्षित की संघर्ष से सफलता तक की कहानी ?
चंद्रिका को एक लड़का है। दो साल पहले उसे डेंगू जैसे बीमारिया हो रही थी जिससे उसकी हेल्थ ठीक नहीं रहती । उस समय कुछ करनोसे चंद्रिका दीक्षित ओर उनके पति दोनो की जॉब चलिगी। दिल्ली जैसे शहर मे बिना पैसों के हराना नमूनकीं है। MP से आने वाली दीक्षित की नानी एक डॉक्टर थी जिससे उनके घर कभी बाहर से खाना आया नहीं। चंद्रिका हर दिन घरमे खुच अलग अलग बनती थी जिससे उनके हटोमे एक टेस्ट आगया। जॉब छूटने के बाद चंद्रिका ने अपना टेलेंट देखा ओर दिल्ली मे उसकी जरुत्त देखि। हलहीमे उन्होंने एक कार खरीदी थी। दुकान के पैसे नहीं थे उस कारण उन्होंने उसी कार मे वडापाव की दुकान चालू कर दी ओर सोशल मीडिया की ताकत से तब से लेकर आज तक वायरल वाडा पाव गर्ल की भीड़ कभी काम नहीं हुई।

Delhi viral Vada Pav girl 1 करोड़ Mastan Car की असलियत
चंद्रिका जब सोशल मीडिया पर दुमाने लगी तब लोग उनका वडापाव खाने केलिए काफी दूर दूर से आने लगे, जिससे उस जगह पर भीड़ बग़ने लागि। कभी कभी भीड़ हद से जादा होने के कारण वहा जगड़े होने लगे। भीड़ ज्यादा बढ़नी के कारण चंद्रिका हर व्यक्त उनपर ध्यान देती थी। साथ मे अछि भीड़ के कारण उनकी अछि कमाई होने लगी। कुछ दिन बाद उनका वडापाव का ठेला उस जगहसे हटवाया गए। भीड़ का सिलसिला रोज चलाने लगा। कुछ दिनों के बाद उन्हे दूसरी जगह से भी उठवाया गया। ऐसा उनके साथ तीन से चार बार हुआ।
चंद्रिका ने सोचा अगर कुछ दिन बाद एसा दोबारा होगा। फिर वडापाव का ठेला ओर अपना घर को कैसे संभालु। इसी बात के समाधान के लिए वे अपनी एक भी के पास चलिगई। भाई को अपनी समस्या बताई। उनके पास की कार थी। उन्होंने कहा जैसे तुमने सुरुवाती दिनों मे अपनी कार से वडापाव की दुकान शुरू की थी वैसे ही अब इस Mastan Car मे शुरू करो। ये आईडीए उनको पसंद आया। उन्हे वे कार लेकर कार मे उन्होंने अपना ठेला सुरू किया। वे आज भी उस Mastan Car मे अपनी दुकान चलती है। वे Mastan Car उनकी नहीं है, उनके भाई की है, वे कार को भाड़े चलती है। कार की वजसे उनके ग्राहक ओर बढ़ाने लगे। वे उनके लिए काफी अछि बात है।
हर बार अलग अलग बातों की वजहसे उनका वडापाव की दुकान बंद हो रही थी। हालही मे उन्होंने एक बड़ा निर्णय लिया है। एक इंटरविवी मे बतीय चंद्रिका ने दिल्ली मे एक अपनी दुकान खरीदी है। जिसका खुलासा अभितक नहीं किया। लेकीय बहुत जल्द उनके सोशल मिडिया अकाउंट पर उनके नए शॉप के बरेमे सारी जानकारी देखने को मिलगे।
निष्कर्ष
वड़ा पाव गर्ल चंद्रिका दीक्षित की अपनी कहानी है। इंटरनेट और सोशल मीडिया ताकत की वजहसे किसी की भी किस्मत बदल सकती है। यह कहानी हमें बताती है परिस्तिथी कैसी भी हो अगर आपमें कुछ करने का जजबा है, तो किसिस भी समस्या को पीछे छोड़ कर आगे बढ़ सखते है और अपनी जीत हासिल कर सखते है।